प्रेगनेंसी में सेक्स कैसे करे। Pregnancy me sex kaise kare.

Pregnancy me sex kaise kare
Pregnancy me sex kaise kare.

गर्भावस्था में कितने महीने तक सम्बंध बनाना चाहिए। How Many Months Should We Have Sex During Pregnancy In Hindi.

यह एक बहुत अच्छा सवाल है, गर्भावस्था में रिश्ते को कितने महीने होना चाहिए, यह सवाल हर किसी के दिमाग में आता है, मैं उन जोड़ों के बारे में बात कर रहा हूँ जो गर्भावस्था के विशेष समय में एक रोमांचक और अद्भुत समय पर होते हैं। गर्भावस्था के दौरान सेक्स से जुड़े सवाल होते हैं।

मेरे बात मानों तो आप स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद ले सकती हैं और जान सकती हैं कि गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित यौन सम्बंध बनाने के लिए कितने महीनों तक सेक्स करना चाहिए और यह भी समझें कि उन्हें कितने महीनों तक यौन क्रिया में संलग्न रहना चाहिए। लेकिन मैं उन गतिविधियों के बारे में बताने जा रहा हूँ जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में होती हैं।

गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में कई तरह के हार्मोन रिलीज होते हैं। जिससे उनकी शारीरिक बनावट में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं। यही वजह है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाएँ सेक्स को ज्यादा मजा लेती हैं। गर्भावस्था के दौरान उसकी योनि और स्तन अधिक संवेदनशील हो जाते हैं।

डॉक्टर के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना बिल्कुल सुरक्षित माना गया है, लेकिन इसके लिए पार्टनर की इच्छा के साथ सहमति जरूरी है। आप पार्टनर के साथ बढ़े हुए शरीर में वह असहजता महसूस कर रही होती है तब भी आप उन पर दबाव डालकर यौन सम्बंध बनाने की गलती करते हैं यह बिल्कुल गलत हैं कुछ महिलाएँ गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से इसलिए बचती हैं क्योंकि उन्हें इसके खतरों का डर रहता है।

यह डर उनके लिए सही हो सकता है, लेकिन गर्भावस्था के दौरान कुछ सुरक्षित तरीके अपनाकर आप गर्भावस्था के दौरान अपनी सेक्स लाइफ का आनंद ले सकती हैं।

1.प्रेगनेंसी में सेक्स कब और कैसे करे। Pregnancy Me Sex Kab or Kaise Kare.

अगर बीवी प्रेग्नेंट है तो कितने महीने तक सेक्स कर सकते हैं? कई लोग यह सवाल पूछते हैं और कमेंट भी करते हैं तो आपको बता दें कि प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना चाहिए, परन्तु कुछ सावधानियों को ध्यान में रखकर निर्णय ले। स्त्री रोग विशेषज्ञों का मानना हैं कि गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना सुरक्षित है, लेकिन कुछ स्थितियों को छोड़कर, कुछ शर्तें क्या हैं?

आगे जानने की कोशिश करेंगे। मैं आपको बता दूँ कि यह पूरी तरह गर्भावस्था के चरणों, गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और शारीरिक सम्बंध के प्रकार पर निर्भर करता है। गर्भावस्था की शुरुआत के साथ ही महिलाओं में कई हार्मोनल बदलाव होते हैं। इन बदलावों की वजह से कई महिलाओं में सेक्स की जबरदस्त इच्छा जाग्रत हो जाती है।

लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान सेक्स करना बिल्कुल पसंद नहीं होता है तो मैं यह कहूँगा कि आप आपने पार्टनर को पूरी तरह विश्वास में लेकर चले और उनके विवेक पर छोड़ दे।

अगर आपको कोई खतरा महसूस हो रहा है या दिल गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने की गवाही नहीं दे रहा है, तो पहले अपने साथी के साथ स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। उनके बाद गर्भावस्था के दौरान सेक्स का आनन्द ले।

2.प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए। Pregnancy Mein Pati Se Kab Door Rahana Chahiye.

प्रेग्नेंसी के दौरान कब तक पति से दूर रहें यह कई लोगों का सवाल है। आपको बता दें कि प्रेग्नेंसी के बीच में दोनों का एक दूसरे को छोड़ना काफी मुश्किल होता है। यह समय एक कठिन समय हो सकता है, खासकर जब शारीरिक संपर्क की बात हो।

हालांकि एक पति के लिए यह आकर्षक हो सकता है कि वह अपनी गर्भवती पत्नी के करीब रहना चाहता है, लेकिन कई बार ऐसा भी होता है जब उससे दूर रहना सबसे अच्छा विकल्प होता है।

यह दोनों के लिए भावनात्मक का होता हैं। लेकिन मैं एक फेक्ट बताने जा रहा हूँ आप ध्यान से आगे पढे, पहली तिमाही को गर्भावस्था के दौरान सबसे महत्त्वपूर्ण समय में से एक माना जाता है क्योंकि यह माँ और बच्चे के बीच मजबूत रिश्ते की नींव रखती है।

इस अवधि के दौरान, यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि दोनों पक्ष एक-दूसरे के साथ सहज हों ताकि वे एक भावनात्मक बंधन विकसित कर सकें जो उनके जीवन भर बना रहे।

आपको आगे बता दें कि गर्भावस्था के 28वें हफ्ते यानी सातवें और आठवें महीने तक शारीरिक सम्बंध बनाना सुरक्षित हो सकता है। हालांकि, गर्भावस्था के दौरान महीनों की संख्या गर्भवती महिला के स्वास्थ्य, गर्भावस्था की स्थिति और स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह के अनुसार तय की जानी चाहिए। तो आप समझ ही गए होंगे कि गर्भावस्था के दौरान कब पति से दूर रहना चाहिए।

3.प्रेगनेंसी में सेफ सेक्स कैसे करे। Pregnancy Me Safe Sex Kaise Kare.

Pregnancy me sex kaise kare...
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गर्भवती महिला को कितनी दिन तक सेक्स लाइफ से जुड़ी रहनी चाहिए यह सभी के जहन में आता होगा, तब जब वह प्रेगनेंसी में सेक्स करने के बारे में सोचती होगी।

गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना सुरक्षित है या नहीं और गर्भवती महिला को कितने समय तक सेक्स करना चाहिए, गर्भावस्था के दौरान सेक्स करने से गर्भवती महिला को फायदा होता है या नुकसान, यह बात सभी के मन में रहता है।

लेकिन आपको बता दें कि यह उस महिला के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप गर्भावस्था के दौरान किस तरह से सेक्स करती हैं।

इसलिए, कोई भी कदम उठाने से पहले, आपको अपनी गर्भावस्था के दौरान यौन सम्बंध बनाने से पहले स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए।

आपको एक बात और बता दूं जिससे आपको जानकारी मिलेगी, दरअसल गर्भ के अंदर बच्चा एमनियोटिक फ्लूइड से भरी एक थैली के अंदर होता है, जो गर्भाशय की मांसपेशियों से घिरी होती है।

वहीं अगर इस दौरान शारीरिक सम्बंध बनाने में कोई गलती की जाती है तो यह थैली फट सकती है, जिससे गर्भावस्था के दौरान सेक्स करना जोखिम भरा हो सकता है। मैं डरा नहीं रहा, बता रहा हूँ कि प्रेग्नेंट महिला को कितनी देर तक सेक्स करना चाहिए।

इस विषय पर एक रिसर्च की गई और उस रिसर्च में यह बात सामने आई कि गर्भावस्था के 28वें हफ्ते यानी सातवें और आठवें महीने तक शारीरिक सम्बंध बनाना सुरक्षित हो सकता है। लेकिन फिर मैं यही कहूंगा कि महिला के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।

इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप गर्भावस्था के दौरान कैसे सेक्स करती हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप एक बार या जरूरत पड़ने पर अपने स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

4.प्रेगनेंसी के कितने दिन बाद सम्बंध बनाना चाहिए। Pregnancy Ke Kitane Din Baad Sambandh Banaana Chahiye.

मैं इस मेरे बोतल्दा केयर ब्लॉग में प्रेगनेंसी में सेक्स के बारे में लिख रहा हूँ तो कई लोगों के द्वारा हिट कमेंड किया जाना तय हैं परंतु यह गंभीर मुद्दा हैं यह किसी के जीवन से जुड़े सवाल हैं। आप इस पोस्ट को जानकारी के लिए पढ़े और जिन लोगों के पास इस प्रकार का ज्ञान नहीं है या बहुत से लोग झिझक के कारण किसी से सलाह नहीं लेते है उनके लिए यह पोस्ट खास है।

गर्भावस्था के दौरान एक माँ का भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य उसके साथी से मिलने को और उसके निकट में रहने को दिल करता है। गर्भावस्था के दौरान माता-पिता के बीच एक मजबूत बंधन स्थापित होने से यह सुनिश्चित करने में मदद मिल सकती है कि बच्चे के पास बढ़ने के लिए एक सुरक्षित, स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण होगा।

माँ और अजन्मे बच्चे के बीच सम्बंध स्थापित करना बच्चे के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए एक महत्त्वपूर्ण कदम है। गर्भावस्था के पहले तिमाही के बाद न केवल उनके बीच के बंधन को मजबूत करता है बल्कि विश्वास, आराम और सुरक्षा का माहौल बनाने में भी मदद करता है।

इसलिए गर्भावस्था के दौरान सेक्स के बारे ज्ञान के अभाव में कुछ भी न करे। आप दोनों अपने फैमिली हेल्थ एक्सपर्ट से जरूर मिलें और साथ में मिलकर इस सम्बन्ध में बात करें।

5.प्रेगनेंसी में पति पत्नी को कैसे रहना चाहिए। Pregnancy Mein Pati Patnee Ko Kaise Rahana Chahiye.

 प्रेग्नेंसी में पति-पत्नी को कैसे रहना चाहिए, ये सवाल उठता है, इन सवालों के जवाब के लिए मुझे ज्यादा रिसर्च करने की जरूरत नहीं पड़ी क्योंकि ये पब्लिक डोमेन में सभी को पता है, तो मैं बता दूं कि प्रेग्नेंसी के दौरान पति और पत्नी दोनों के लिए एक विशेष समय है क्योंकि वे दुनिया में एक नए जीवन का स्वागत करने की तैयारी कर रहे हैं।

आप अपने आप में फिल करे आप कैसा माहौल चाह रहे हैं मैं तो कहता हूँ यह इम्पोर्टेन्ट समय है आप एक-दूसरे की आवश्यकताओं के प्रति सतर्क रहें और एक ऐसा वातावरण तैयार करें जो स्वस्थ विकास के लिए अनुकूल हो। आपको यह भी पता होना चाहिए कि पति-पत्नी को एक अच्छा और खुसमय के साथ सहयोगी माहौल बनाना चाहिए।

इस वजह से आप अपने जीवन में चाहे कोई भी पल हो सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। मैं आपको यह भी बता दूँ कि आप गर्भावस्था के दौरान दोनों एक-दूसरे के पोषण को ध्यान रखे। प्रेग्नेंसी में पति-पत्नी को एक दूसरे को भावनात्मक समर्थन के साथ-साथ शारीरिक ज़रूरतों को ध्यान रखना चाहिए।

इस प्रकार से आप गर्भावस्था की पूरी यात्रा के दौरान रिश्ता मजबूत बना सकते हैं। प्रेगनेंसी में पति पत्नी को किसी भी बदलाव और चुनौतियों को स्वीकार करे। इन आसान टिप्स से पति-पत्नी यह पूरा यकीन कर सकते हैं कि गर्भावस्था के दौरान उनका रिश्ता बहुत मजबूत बना रहे।

6.प्रेगनेंसी में क्या नहीं करना चाहिए। Pregnancy Mein Kya Nahin Karana Chahiye.

गर्भावस्था के दौरान सबसे पहले खुद का ख्याल रखना जरूरी हो जाता है, इसके बाद आप किसी और काम को प्राथमिकता दे सकती हैं। गर्भावस्था दुनिया की सबसे शानदार चीजों में से एक है, इस समय आप इसे महिलाओं के लिए रोमांचक सफर भी कह सकते हैं। कई राज्यों में गर्भवती होने पर गर्भधारण के समय को काफी खुशी और उत्साह के रूप में लिया जाता है।

तो ये रही खुशी की बात, अब आते हैं असली मुद्दा पर तो प्रेग्नेंसी में क्या नहीं करना चाहिए तो मैं आपको बता दूं कि आपको प्रेग्नेंसी के दौरान की जाने वाली सावधानियों को अपने अगले लेबल यानी अतिरिक्त सावधानियों के स्तर तक ले जाना चाहिए। अजन्मे बच्चे दोनों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को सुनिश्चित करें, जैसे कि शराब पीना या कुछ दवाओं का न उपयोग करना।

गर्भावस्था के दौरान सेक्स से बचने की पूर्ण जानकारी और शर्तें।

i) अगर आपके साथी को कोई असुविधा महसूस हो या योनि से खून बह रहा हो तो सेक्स न करें। ऐसी स्थिति में सेक्स से पूरी तरह बचना चाहिए। पार्टनर की परेशानी बढ़ सकती है।

ii) अगर उल्व अथवा भ्रूणावरण सम्बंधी रिसाव हो रहा हो तो सेक्स बिलकुल न करें। यह खतरनाक हो सकता हैं।

iii) विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि जब भी बढ़ते हुए भ्रूण को ढकने वाला द्रव गर्भाशय से बाहर निकल जाने लगे तो, तो संभोग न करें।

iv) अगर आपको लगता है कि गर्भाशय बहुत कमजोर महसूस लग रहा है, तो डॉक्टर को जरूर दिखाएँ। ऐसे में सेक्स करने के बारे में सोचें भी नहीं, बच्चे के साथ-साथ माँ को भी खतरा बना रहता है।

v) यह सबसे महत्त्वपूर्ण हो जाता है कि यदि आपका पूर्व में गर्भपात हो चुका है, तो गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर से परामर्श करने के बाद ही सेक्स करें।

vi) गर्भावस्था के दौरान सेक्स के बारे में मैंने ऊपर कलाम में बताया है, आप इसे एक बार जरूर पढ़ें और एक बार फिर बता रही हूँ कि प्रेग्नेंसी के आखिरी तिमाही में सेक्स से बचना चाहिए।

vii) यह बात अहम हो जाता हैं कि यदि आपको बता चल गया हैं कि आपके बच्चे जुड़वां बच्चों तो फिर गर्भावस्था में सेक्स करने से बचना चाहिए।

7.प्रेगनेंसी में कैसे बैठना चाहिए। Pregnancy Mein Kaise Baithana Chahiye

गर्भावस्था के पल सबसे खुशी के पल होते हैं और महिलाओं के लिए सबसे मुश्किल समय भी। लेकिन खुशी और मुश्किल के बीच हर स्थिति में खुद को सहज रखें ताकि गर्भावस्था में बैठने के तरीके जैसे संभावित जोखिम कम हो ऐसे बैठे।

दूसरी ओर, कुछ गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से पालथी मारकर बैठने की सलाह दी जा सकती है। यह एक मान्यता पर आधारित है कि यह स्थिति बच्चे को प्रसव के लिए सही स्थिति में लाने में मदद करती है।

इसलिए मैं तो यही कहूंगी कि आप उसी पर बैठें, जिसमें आप सहज हों, लेकिन चूंकि गर्भावस्था में पालथी मारकर बैठना अच्छा माना जाता है, तो आप अपने विवेक के अनुसार सेफ पोजिशन को ध्यान में रखकर ही बैठें। जैसे-जैसे आपकी गर्भावस्था बढ़ती है और आपका पेट फैलता है, आप शायद पाएंगी कि आप कम सक्रिय हैं।

आप शायद असहज महसूस करेंगे और फर्श से उठने-बैठने में कठिनाई होगी। यदि ऐसा है, तो एक आरामदायक कुर्सी या नीची स्टूल पर बैठें। प्रेगनेंसी के दौरान खुश रहे और अपनों के साथ हसी मज़ाक के साथ दिन बिताये।

8.प्रेगनेंसी में कैसे सोना चाहिए। Pregnancy Mein Kaise Sona Chahiye.

गर्भावस्था के पहले और आखिरी महीनों में खासकर महिलाओं को बिस्तर पर सही पोजीशन में सोने के प्रति जागरूक रहना चाहिए, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे को किसी तरह की परेशानी न हो।

तीसरी तिमाही में आपको सिर्फ एक करवट (बाईं करवट) सोना चाहिए, क्योंकि इस दौरान पेट का आकार भी बढ़ जाता है। आपको अपने पेट या पीठ के बल सोने में असहजता महसूस हो सकती है।

गर्भावस्था के दौरान सोने का सही तरीका क्या है? हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो सोने की मुख्य रूप से तीन पोजीशन होती हैं, प्रेग्नेंसी के दौरान लेफ्ट या राइट करवट सोना या पीठ के बल सोना अच्छा माना जाता है। इन तीनों पोजीशन में से सबसे अच्छी और अच्छी पोजीशन का इस्तेमाल करें और पर्याप्त आरामदायक नींद लेने की कोशिश करें।

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